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ग्वार की फसल में कौन सी स्प्रे करें ? इन 2 कीटनाशक स्प्रे से मिलेगा डबल उत्पादन

Which spray to spray in guar crop? These 2 pesticide sprays will provide double production

ग्वार की फसल में कौन सी स्प्रे करें ? इन 2 कीटनाशक स्प्रे से मिलेगा डबल उत्पादन

 खेत तक, नई दिल्ली, 9 सितंबर, किसान भाईयो ग्वार की खेती इनदिनों किसानों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। क्योंकि अगस्त और सितंबर महीने में बारिश अधिक होने कि वजह से जमीन में नही होने से ग्वार की खेती में कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो गए है। जिससे ग्वार की फसल में फंगस, तेलाचेपा व जड़गल्न का रोग अधिक हो गया है। इन रोगों की वजह से ग्वार की फसल धिरे धिरे नष्ट हो रही है। लेकिन अब आपको ज्यादा परेशान होने की आवयकता नही है। क्योंकि आज हम इस लेख के माध्यम से कुछ स्र्पे के बारे में बताएंगे जिससे आपकी ग्वार की फसल फिर हरीभरी हो जाएगी।

किसान भाईयों ग्वार की फसल में अधिकतर कीटों का प्रकोप देखा जाता है जो फसल की ग्रोथ को एकदम से रोक देता है। कई बार कीटों की वजह से फसल पीली पड़ने जाती है। पत्तियों पर धब्बे बनने लगते हैं, फलियाँ सही से नहीं बनतीं, और फूल मुरझा जाते हैं। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब किसान भाई सही समय पर किटनाशक का छिड़काव नही करते है। जिससे किट पतंगों का प्रभाव अधिक हो जाता है।

किट पंतगों को जड़ से नष्ट कैसे करें?

सिंजेंटा का थायोमेथॉक्सम 25WG

सिंजेंटा का थायोमेथॉक्सम 25ॅळ यह ग्वार की फसल में किट पतंगो को नष्ट करने के लिए रामबाण जैसा काम करता है। जबकि इसका प्रयोग बहुत ही कम मात्रा में करना होता है। इसका उपयोग एक एकड़ में केवल 100 ग्राम कीटनाशक 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव किया जाता है। इसका रासायनिक नाम थायोमेथॉक्सम है। इसका उपयोग करने से फसल में कीटों का प्रकोप कम होता है और फसल को नुकसान नहीं पहुँचता है।

टाटा का 75ः एसपी
दूसरा प्रभावी कीटनाशक टाटा का 75ः एसपी है जिसे 300 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव किया जाता है। इसे भी पानी में मिलाकर छिड़काव किया जाता है। यह किटनाशक ग्वार की फसल के लिए बहुत ही लाभदायक है। इससे फसल को किट पतंगांे से छुटकारा मिलेगा। किसान भाइयो ध्यान रहे कि 75ः एसपी को 200 लीटर पानी मे ही मिलाना है।

हालांकि सिंजेंटा का कीटनाशक थोड़ा महंगा है इसका उपयोग कम मात्रा में होता है। एक किलो की कीमत लगभग ₹2000 होती है, लेकिन इसकी कम मात्रा के कारण इसे एक बड़ी भूमि पर छिड़का जा सकता है। दूसरी ओर, टाटा का कीटनाशक सस्ता है, लेकिन इसकी मात्रा थोड़ी ज्यादा लगती है। इसलिए, किसानों को अपनी आवश्यकता और बजट के अनुसार कीटनाशक का चुनाव करना चाहिए।

फसल में कीट नियंत्रण के फायदे
ग्वार की फसल में सही कीटनाशक का उपयोग समय पर करने से कीटों का प्रभाव खत्म हो जाता है। इससे फसल स्वस्थ रहती है और उत्पादन में वृद्धि होती है। किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे फसल में कीट प्रकोप का समय रहते ध्यान दें और आवश्यकतानुसार कीटनाशकों का छिड़काव करें।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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